tag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post7879272260789847356..comments2023-10-31T21:24:44.790+05:30Comments on झंझट के झटके: कोई ऐसी प्रीति करे तोसुरेन्द्र सिंह " झंझट "http://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comBlogger54125tag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-88821323395581616402011-08-16T13:21:35.501+05:302011-08-16T13:21:35.501+05:30जहाँ वासना.... ..प्यार कहाँ है?
काम जहाँ... निष्का...जहाँ वासना.... ..प्यार कहाँ है?<br />काम जहाँ... निष्काम कहाँ है ?<br />प्रेम यहाँ..........आराम कहाँ है ?<br /><br />बहुत ही सुन्दर प्रस्तुती, बधाई !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14112100275262110119noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-81429036020917304562011-07-27T11:58:25.589+05:302011-07-27T11:58:25.589+05:30आप सभी रचनाकारों का मेरे ब्लॉग पर आने और अपनी अनमो...आप सभी रचनाकारों का मेरे ब्लॉग पर आने और अपनी अनमोल टिप्पड़ियां देने का बहुत-बहुत हार्दिक आभार |<br />विश्वास है कि इसी तरह स्नेह बनाए रखेंगे |<br /> पुनः हार्दिक धन्यवाद ....सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-21099293528103347552011-07-26T22:56:15.505+05:302011-07-26T22:56:15.505+05:30keep writing..!!keep writing..!!Anupam Singhhttps://www.blogger.com/profile/08134545905573051667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-3511309191055028722011-07-26T17:39:45.309+05:302011-07-26T17:39:45.309+05:30बहुत ही सुन्दर,शानदार और उम्दा प्रस्तुतीबहुत ही सुन्दर,शानदार और उम्दा प्रस्तुतीsmshindi By Sonuhttps://www.blogger.com/profile/02157490730225902218noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-52074487881766544232011-07-24T13:51:16.544+05:302011-07-24T13:51:16.544+05:30मछली जल में ही जीती है
सदा प्रेम अमृत पीती है...मछली जल में ही जीती है <br />सदा प्रेम अमृत पीती है <br />पर विछोह होते ही पल में <br />प्राण निछावर कर देती है<br /><br />अगर इंसानों एँ भी ये निश्छल प्रीत आ जाए तो दुनिया का नक्शा ही बदल जाए ... बहुत लाजवाब लिखा है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-50368862664952609502011-07-24T10:55:30.219+05:302011-07-24T10:55:30.219+05:30प्रीति चन्द्र से करे चकोरी
निरखे सदा प्रेम रस ...प्रीति चन्द्र से करे चकोरी <br />निरखे सदा प्रेम रस बोरी <br />जीवन इंतज़ार में बीते <br />मगर न टूटे आश की डोरी <br /><br />प्रेम की महिमा का गुणगान करता एक श्रेष्ठ गीत।<br />गीत के भाव-रस से मन भीग गया।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-76692567582685198182011-07-23T20:24:16.051+05:302011-07-23T20:24:16.051+05:30जहाँ वासना.... ..प्यार कहाँ है?
काम जहाँ... निष्का...जहाँ वासना.... ..प्यार कहाँ है?<br />काम जहाँ... निष्काम कहाँ है ?<br />त्याग और बलिदान का पथ है<br />प्रेम यहाँ..........आराम कहाँ है ?<br />प्रेम दिवानी मीरा सा, हँस-हँस कोई विषपान करे तो || कोई ऐसी प्रीति करे तो ||<br /><br />बेहद खूबसूरती से पिरोई दिल को छू जाने वाली रचना.आभार.<br />सादर, <br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-85944786536284363322011-07-23T19:08:25.310+05:302011-07-23T19:08:25.310+05:30वाह! सुंदर गीत.वाह! सुंदर गीत.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-23958147202952047362011-07-23T17:23:38.128+05:302011-07-23T17:23:38.128+05:30बहुत ही सुन्दर कविता भाई सुरेन्द्र जी और लगातार उत...बहुत ही सुन्दर कविता भाई सुरेन्द्र जी और लगातार उत्साहवर्धन के लिए आभार |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-48777480991511339152011-07-23T16:18:30.069+05:302011-07-23T16:18:30.069+05:30सुरेन्द्र सिंह झंझट जी प्यारी रचना सुन्दर मूल भाव ...सुरेन्द्र सिंह झंझट जी प्यारी रचना सुन्दर मूल भाव और सन्देश <br /> --ढेर सारी शुभ कामनाये -सुन्दर शब्द संयोजन <br />शुक्ल भ्रमर ५ <br /> जहाँ वासना.... ..प्यार कहाँ है?<br /> काम जहाँ... निष्काम कहाँ है ?<br /> त्याग और बलिदान का पथ है, <br /> प्रेम यहाँ..........आराम कहाँ है ?Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-23010040324789162372011-07-23T14:03:32.397+05:302011-07-23T14:03:32.397+05:30http://sb.samwaad.com/
yr next satire is awaited ....http://sb.samwaad.com/<br />yr next satire is awaited .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-81129863508286855462011-07-23T10:41:45.291+05:302011-07-23T10:41:45.291+05:30प्रेम भवन की ड्योढ़ी पर ही, काट के अपना शीश धरे तो...प्रेम भवन की ड्योढ़ी पर ही, काट के अपना शीश धरे तो ........<br />सुंदर भावमय प्रस्तुती हेतु आभार और शुभकामनाएं .पी.एस .भाकुनीhttps://www.blogger.com/profile/10948751292722131939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-85243144718884228852011-07-23T07:41:01.830+05:302011-07-23T07:41:01.830+05:30कोई ऐसी प्रीति करे तो...bahut sundar rachnaकोई ऐसी प्रीति करे तो...bahut sundar rachnaरजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-90146387656294209152011-07-23T01:05:58.234+05:302011-07-23T01:05:58.234+05:30प्रिय बंधुवर सुरेन्द्र सिंह " झंझट " जी...<b><i>प्रिय बंधुवर सुरेन्द्र सिंह " झंझट " जी</i></b> <br />सस्नेहाभिवादन ! <br />सुमधुर स्मृतियां ! <br /><b> </b> <br /><b> जहाँ वासना.... ..प्यार कहाँ है ?<br /> काम जहाँ... निष्काम कहाँ है ? </b> <br /> बहुत सुंदर सौम्य प्रेम गीत लिखा है ...<br /><b> डरता कहाँ मरण के भय से <br /> कोई प्यार निभाये ऐसे <br /> जल जाना ही जिसकी परिणति <br /> नेह पतिंगे का ज्यों लौ से <br />प्रेम यज्ञ की ज्वाला में , बन हव्य ,स्वयं को हवन करे तो ...<br />कोई ऐसी प्रीति करे तो ...<br /></b> <br /><br />आपकी लेखनी भी निरंतर कमाल करती रहती है ... <br />एक श्रेष्ठ रचनाकार के सब गुण हैं आपमें ... <br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow">हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ! <br /></a></b> <br />-राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-18727170103187472442011-07-22T22:16:52.883+05:302011-07-22T22:16:52.883+05:30बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति...बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति...Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-45314458722297067802011-07-22T21:35:43.371+05:302011-07-22T21:35:43.371+05:30बहुत सुन्दर रचना.बहुत सुन्दर रचना.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-73078929646525534702011-07-22T15:41:19.818+05:302011-07-22T15:41:19.818+05:30सरक-सरक के निसरती, निसर निसोत निवात |
चर्चा-मंच पे...सरक-सरक के निसरती, निसर निसोत निवात |<br />चर्चा-मंच पे आ जमी, पिछली बीती रात ||<br /><br />http://charchamanch.blogspot.com/रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-50347758843708128142011-07-22T14:10:26.447+05:302011-07-22T14:10:26.447+05:30बहुत सुन्दर रचना... सुन्दर भावाभिव्यक्ति...बहुत सुन्दर रचना... सुन्दर भावाभिव्यक्ति...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-4868134055742482072011-07-21T19:12:13.581+05:302011-07-21T19:12:13.581+05:30खुबसूरत रचनाखुबसूरत रचनासुधीर राघवhttps://www.blogger.com/profile/00445443138604863599noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-20313360790128705512011-07-21T16:11:40.312+05:302011-07-21T16:11:40.312+05:30मन आत्मा रससिक्त हो जाती है आपकी कृतियाँ पढ़कर...
...मन आत्मा रससिक्त हो जाती है आपकी कृतियाँ पढ़कर...<br /><br />आह्लाद की अभिव्यक्ति किन शब्दों में करूँ,जो इस रसमय रचना को पढ़कर हुई है,सचमुच बिलकुल भी समझ नहीं पड़ रहा...<br /><br />आपकी लेखनी को नमन !!!रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-16188497567606956742011-07-21T14:35:36.446+05:302011-07-21T14:35:36.446+05:30जी बहुत अच्छी प्रस्तुति .बहुत खूब .भाव अर्थ और बुन...जी बहुत अच्छी प्रस्तुति .बहुत खूब .भाव अर्थ और बुनावट में बहुत सुन्दर रचना .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-53976973007103046182011-07-21T11:09:07.149+05:302011-07-21T11:09:07.149+05:30अगम,अलभ्य रूप से ऐसी , चाहत की इक डोर जुड़े तो || ...अगम,अलभ्य रूप से ऐसी , चाहत की इक डोर जुड़े तो || कोई ऐसी प्रीति करे तो ||<br /><br />Awesome !<br /><br />You have given great heights to love by this creation .<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-11180025223718025182011-07-20T22:38:09.503+05:302011-07-20T22:38:09.503+05:30कोई ऐसी प्रीति करे तो ....
तो ....?????कोई ऐसी प्रीति करे तो ....<br /><br />तो ....?????हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-54431680232052157872011-07-20T21:00:36.255+05:302011-07-20T21:00:36.255+05:30सुकोमल हिन्दी शब्द पुष्पों की सुरभित माला.बधाई.सुकोमल हिन्दी शब्द पुष्पों की सुरभित माला.बधाई.Sapna Nigam ( mitanigoth.blogspot.com )https://www.blogger.com/profile/00012875891407319363noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7569511432749030965.post-58883212256372624202011-07-20T18:14:06.856+05:302011-07-20T18:14:06.856+05:30मछली जल में ही जीती है
सदा प्रेम...मछली जल में ही जीती है <br /> सदा प्रेम अमृत पीती है <br /> पर विछोह होते ही पल में <br /> प्राण निछावर कर देती है <br />अहा क्या बात कही है! बहुत सुंदर।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com