Saturday, July 27, 2013

हे ईश्वर ! हमारे भारतवर्ष पर दया करो …

१२रु में भरपेट भोजन मुंबई में ….राजबब्बर , सांसद कांग्रेस
५रु में भरपेट खाना दिल्ली में …रशीद मसूद ,मंत्री
१रु में भी पेट भरा जा सकता है …फारुख अब्दुल्ला , मंत्री केंद्र सरकार

इन झूठे लफ्फाजों को क्या हो गया है ! सोनिया की चमचागीरी में क्या ये अपनी सामान्य बुद्धि भी गवाँ बैठे हैं ?
ये स्वयं महामूर्ख हैं या जनता को समझ रहे हैं …

गरीबों की हंसी उड़ानेवाले इन तथाकथित नेताओं को जूतों  की मालाएं भी पहनाई जाएँ तो कम है ….
ऐसे नेताओं, सांसदों और मंत्रियों की कारगुजारियों से देश कहाँ जायेगा !

हे ईश्वर ! हमारे भारतवर्ष पर दया करो …

10 comments:

  1. सच में दया चाहोये .. ऐसे नेताओं से निजात चाहिए ...

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  2. आज तो झंझट खुद ही झटके खाए लगते हैं। :)

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  3. Such politicians belong to uneducated , illiterate and insensitive lot.

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  4. baat to 100 fi sadi khari hai ji!

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  5. हे ईश्वर ! हमारे भारतवर्ष पर दया करो …
    आज की स्थितियों में भारत का राम ही रखवाला है ।

    आदरणीय सुरेन्द्र सिंह जी
    कहां हैं आजकल आप ?
    २०१३ में मात्र तीसरी पोस्ट है ब्लॉग पर...
    आशा है सब कुशल-मंगल है !

    हार्दिक मंगलकामनाओं सहित...
    ♥ रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं ! ♥
    -राजेन्द्र स्वर्णकार


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  6. rough patch of India...we will get through..these shit

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  7. सुरेन्द्र जी...आपके इस लेख के लिए बधाई...आपने इस लेख में कई ऐसे तथ्य रखे जिसकी वजह से हमारे देश में लोगों को खाना नसीब नही होता और इस राजनेताओं का झूठ बोलना कभी बंद ही नही हो रहा....ऐसे तथ्यों को लेखों के द्वारा आप शब्दनगरी
    पर भी प्रकाशित करें जिससे आपके लेख और भी अन्य पाठक तक पहुंचे और वो पढ़ सके....

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  8. बहुत खूब ,
    हिन्दी ब्लॉगिंग में आपका लेखन अपने चिन्ह छोड़ने में कामयाब है , आप लिख रहे हैं क्योंकि आपके पास भावनाएं और मजबूत अभिव्यक्ति है , इस आत्म अभिव्यक्ति से जो संतुष्टि मिलेगी वह सैकड़ों तालियों से अधिक होगी !
    मानते हैं न ?
    मंगलकामनाएं आपको !
    #हिन्दी_ब्लॉगिंग

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  9. अच्छी जानकारी !! आपकी अगली पोस्ट का इंतजार नहीं कर सकता!
    क्षमा करें अगर मेरी भारतीय भाषा को समझना मुश्किल है
    greetings from malaysia
    द्वारा टिप्पणी: muhammad solehuddin
    शुक्रिया

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