अवधी-गीतिका
पूँछा चाहव तौ शान से पूँछव |
देश के हुक्मरान से पूँछव |
राजा अन्दर-चिदंबरम बाहर,
चाल ! हाई कमान से पूँछव |
देश माँ बेईमानी केतनी है ?
पहिले अपने ईमान से पूँछव |
घाव पायन तौ सिर्फ अपनेन से,
तीर से ना कमान से पूँछव |
देशभक्ती कै काव मतलब है,
कौनों सीमप जवान से पूँछव |
तीर कैसन लगा करेजे मा ,
कामिनी के कमान से पूँछव |
हारे नेता कै हाल कैसन है,
कौनौ कूकुर -किरान से पूँछव |
पूँछा चाहव तौ शान से पूँछव |
देश के हुक्मरान से पूँछव |
राजा अन्दर-चिदंबरम बाहर,
चाल ! हाई कमान से पूँछव |
देश माँ बेईमानी केतनी है ?
पहिले अपने ईमान से पूँछव |
घाव पायन तौ सिर्फ अपनेन से,
तीर से ना कमान से पूँछव |
देशभक्ती कै काव मतलब है,
कौनों सीमप जवान से पूँछव |
तीर कैसन लगा करेजे मा ,
कामिनी के कमान से पूँछव |
हारे नेता कै हाल कैसन है,
कौनौ कूकुर -किरान से पूँछव |
यही... कोई पूछता ही तो नहीं.
ReplyDeleteअरे वाह! यही पूछना ही तो कठिन है
ReplyDeleteआपके अनमोल राय की अपेक्षा है मेरी इस पोस्ट को-
‘‘क्या अन्ना हजारे द्वारा संचालित भ्रष्टाचार विरोधी आन्दोलन की प्रक्रिया और कार्यपद्धति लोकतन्त्र के लिए एक चुनौती है?’’
प्रभावी लिखा है |
ReplyDeleteबहुत प्रभावी है सुरेन्द्र भाई यह गीतिका...
ReplyDeleteतीखी चुटकी और कटाक्ष करती हुई....
सादर बधाई...
.
ReplyDeleteघाव पायन तौ सिर्फ अपनेन से,
तीर से ना कमान से पूछव ...
People close to our hearts gives us the deepest wounds...
.
देश माँ बेईमानी केतनी है ?
ReplyDeleteपहिले अपने ईमान से पूछव |
झंझट भाई,कमाल की प्रस्तुति है आपकी.
बुरा जो देखन मैं गया बुरा न मिल्यो कोय
जो घट खोजो आपनो,मुझ से बुरा न कोय.
अंतर्मंथन की आवश्यकता है हर किसी को.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.
और एक बात ..
ReplyDeleteगरीबी रेखा की लम्बाई चौड़ाई,
कौनौ गरीब -किसान से पूछव |
बेहतरीन रचना, सुंदर अभिव्यक्ति !
आभार !!
तीखे सवाल जिनका कोई उत्तर देना नहीं चाहेगा क्यों कि सभी का अनुभव इस बारे में एक ही है :))
ReplyDeleteदेशभक्ती कै काव मतलब है,
ReplyDeleteकौनों सीमप जवान से पूछव |
बिलकुल सही कहा है आपने...सुंदर अभिव्यक्ति ... आभार
Bada satik likhle bani...
ReplyDeleteBahut hi sundar evam satik vyang...
www.poeticprakash.com
Bada satik likhle bani...
ReplyDeleteBahut hi sundar evam satik vyang...
www.poeticprakash.com
kamal ki rachna hai..behtarin ek ek sher ka aanand uhtya..sadar badhayee
ReplyDeletekamal ki rachna hai..behtarin ek ek sher ka aanand uhtya..sadar badhayee
ReplyDeleteवाह ...बेहतरीन प्रस्तुति ।
ReplyDeleteवाह झंझट जी - इसे कहते है की जाके फटें न पैर वेबाय ,ऊ का जानी पीर परे ! बधाई
ReplyDeleteदेश माँ बेईमानी केतनी है ?
ReplyDeleteपहिले अपने ईमान से पूँछव |
वाह ...गजब की पंक्तियाँ लिखी है आपने
बहुत बढ़िया!
ReplyDeleteतीखे तीखे, सीधे-सपाट शब्दों के तीर
ReplyDeleteघाव पायन तौ सिर्फ अपनेन से,
ReplyDeleteतीर से ना कमान से पूँछव |
बेहतरीन छंद का जादू सर चढ़के बोलत है .भेद पीया के खलत है .
राजा अन्दर-चिदंबरम बाहर,
ReplyDeleteचाल ! हाई कमान से पूँछव |
वाह,बहुत खूब.
देश माँ बेईमानी केतनी है ?
ReplyDeleteपहिले अपने ईमान से पूँछव |
बहुत सुंदर ....
Vah bhai Jhanjht ji mja aa gya ap to mere padosi thare ye aur majedar rha,,, abhar.
ReplyDeleteसुरेन्द्र जी, आपने गजब की रचना अवधी में लिखी,...पढकर मजा आ
ReplyDeleteगया,...इस सुंदर रचना के लिए बहुत२ बधाई,......
मेरी नई पोस्ट के लिए काव्यान्जलि मे click करे
बहुत खूब .व्यंग्य भी विनोद भी चुभन भी रोमांस भी ......
ReplyDeleteGazab! Gazab! Gazab! Gazab!
ReplyDeleteI like this avdhi geetika very much!
Congrats!
हारे नेता कै हाल कैसन है,
ReplyDeleteकौनौ कूकुर -किरान से पूँछव ...
Great punches...Awesome !
.
वाह...वाह...वाह...
ReplyDeleteक्या बात कही...
सभी के सभी कटु सत्य , पर मारक सुन्दर...
हारे नेता कै हाल कैसन है,
ReplyDeleteकौनौ कूकुर -किरान से पूँछव | bahut badhiya surendra jee.
देशभक्ती कै काव मतलब है,
ReplyDeleteकौनों सीमप जवान से पूँछव |
लाजवाब रचना , आज के हुक्मरानों के मुहं म तमाचा है .
ख़ूबसूरत शब्दों से सुसज्जित उम्दा रचना के लिए बधाई!
ReplyDeleteक्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें !
मेरे नये पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
http://seawave-babli.blogspot.com/
बहुत सुन्दर एवं लयबद्ध रचना !
ReplyDeleteआभार !
बहुत ही सुंदर भावों का प्रस्फुटन देखने को मिला है । मेरे नए पोस्ट उपेंद्र नाथ अश्क पर आपकी सादर उपस्थिति की जरूरत है । धन्यवाद ।
ReplyDeleteअवधी में ग़ज़ल / गीतिका कमाल की है सुरेन्द्र भाई। आप तो हरफ़नमौला हैं सर जी, बहुत खूब।
ReplyDeleteहारे नेता कै हाल कैसन है,
ReplyDeleteकौनौ कूकुर -किरान से पूँछव |..... बहुत खूब
आनेवाले नववर्ष की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteसुरेंद्र जी,मेरी पोस्ट 'हनुमान लीला भाग-२' पर आईयेगा.
तीर कैसन लगी करेजे मा ,
ReplyDeleteकामिनी के कमान से पूँछव |waah
बहुत सुंदर प्रस्तुती बेहतरीन रचना,.....सुरेन्द्र जी कमाल है
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाए..
नई पोस्ट --"काव्यान्जलि"--"नये साल की खुशी मनाएं"--click करे...
गज़ब!
ReplyDelete