हाथ त्रिशूल विराजत नाथ के देवों के देव की है छवि न्यारी |
वाम सुसाजति मातु महा जननी जग की जग पालनहारी |
और जो देव करें सो करें पर भावी हू मेटि सकैं त्रिपुरारी |
गौर शरीर पे भस्म चिता की ये बाबा जी देखो लगाये हुए हैं |
तीनिहु लोक के मालिक आप पहाड़ पे धूनी रमाये हुए हैं |
वेश असुंदर धारे हुए पर सुन्दर सृष्टि सजाये हुए हैं |
आप मे विश्व समाया हुआ पर भक्तों मे आप समाये हुए हैं |
Bam Bam Bhole
ReplyDeleteMahashivratri ki Shubkamnaye
आपकी प्रस्तुति अद्भुत है .आपकी लेखनी में प्रभावित करने की क्षमता है .अच्छे लेखन के लिए बधाई .
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर लेखन ...बधाई ।
ReplyDeletesurendra ji, sundar lekhan ke liye bahut bahut badhai
ReplyDeletehar baar ki tarah sundar rachna
अच्छी रचना , ओम नमः शिवाय ,
ReplyDeletecheck this out --
http://www.indiaagainstcorruption.org/
Oh! Wah!Kya bhasha hai!
ReplyDeleteबम बम भोले भंडारी! क्या तान छेडी है आपने .बिलकुल मस्त कर दिया आपके कवित प्रवाह ने ."बपं बपं बम, बम लहरी ,लहर लहर दुनिया लहरी". जय हो ,जय हो .
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर झंझट जी ! जोर जोर से बोल रहा हूँ! आभार
ReplyDeleteबहुत सुन्दर शिव लेखन.
ReplyDeleteबम-बम भोले....हर-हर महादेव। इस भक्तिपूर्ण प्रस्तुति के लिए आपका आभार।
ReplyDeleteमहाशिवरात्रि के अवसर पर उम्दा प्रस्तुति ।
ReplyDeletebam bam bhole bhandari
ReplyDeleteaapki mahima he nyari
bahut acchi rachna aapne sawanri
badhai.........
जो देव करें सो करें पर भावी हू मेटि सकैं त्रिपुरारी |
ReplyDeleteअलौकिक!
महाशिवरात्रि के अवसर पर अनेक शुभकामनाएं !
sudnar shiva Stuti
ReplyDeleteJai jai shiva shankar
आप मे विश्व समाया हुआ पर भक्तों मे आप समाये हुए हैं
ReplyDeleteबहुत सुंदर .... शुभकामनायें
आप मे विश्व समाया हुआ पर भक्तों मे आप समाये हुए हैं |
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति.
इस रचना की प्रशंसा शब्दों में कर पाना असंभव है...
ReplyDeleteकोटि कोटि आभार अपनी रचना द्वारा हमें इस प्रकार भाव रस में डुबोने के लिए ....
सुन्दर रचना ....शुभकामनायें !
ReplyDeleteमनभावन प्रस्तुति ...
ReplyDeleteसुंदर ....आपको शुभकामनायें इस प्यारे पर्व की ....
ReplyDeleteआप सभी रससिद्ध रचनाकारों एवं विद्वानों /विदुषियों का बहुत-बहुत हार्दिक आभार | मेरे ब्लाग पर आकर अपनी अनमोल टिप्पड़ियों से उत्साहवर्धन द्वारा आप मुझे और मेरे रचना धर्म को संजीवनी प्रदान करते हैं , कृतज्ञ हूँ |
ReplyDeleteऐसा ही स्नेह बनाये रखें , अनुरोध है |
"वेश असुंदर धारे हुए पर सुन्दर सृष्टि सजाये हुए हैं ...."
ReplyDeleteमाँ शारदा की साक्षात कृपा है तुम्हारी लेखनी में यार ! हार्दिक बधाई और शुभकामनायें सुरेन्द्र सिंह !!
आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी कभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-
ReplyDeleteरंग के त्यौहार में
सभी रंगों की हो भरमार
ढेर सारी खुशियों से भरा हो आपका संसार
यही दुआ है हमारी भगवान से हर बार।
आपको और आपके परिवार को होली की खुब सारी शुभकामनाये इसी दुआ के साथ आपके व आपके परिवार के साथ सभी के लिए सुखदायक, मंगलकारी व आन्नददायक हो।