Monday, February 28, 2011

नाक

( आज एक बाल कविता प्रस्तुत कर रहा हूँ जो  सन २००० में प्रकाशित मेरे बाल कविता संग्रह    'बिल्ली का  संन्यास' शीर्षक पुस्तक में संग्रहीत है )

 
मुखड़े   को  सुन्दरता   देती -
है,  चेहरे  पर   सुन्दर  नाक |
सारे   अंग   जरूरी    हैं , पर-
नहीं किसी से कमतर नाक | 

            दो काली  आँखों  के  नीचे ,
           बीचे  बांध   सरीखी  नाक |
           मुख  से  पहले ऊपर  बैठी ,
           छोटी हो या बड़ी सी  नाक |

देखो कितनी अच्छी लगती-
है , तोते  की ठोर   सी नाक |
अलग से जैसे छोपी लगती ,
होती  जो  कंडौर  सी  नाक |

         कोई  भिन्डी  जैसी  लम्बी ,
         कोई दबी सी चिपटी नाक |
         कोई  फैले   नथुनों  वाली ,
         ज्यों लुहार की भट्ठी नाक |

तरह-तरह आकारों  वाली ,
मोटी हो  या  पतली  नाक  |   
मुखड़े का  भूगोल बनाती ,
होती  बहुत  जरूरी  नाक |

          अच्छे काम सदा करते जो ,
          ऊँची  रहती   उनकी  नाक |
         बुरे  काम  करनेवालों   की ,
         बिना कटाए कटती   नाक  |

29 comments:

  1. अच्छे काम सदा करते जो ,
    ऊँची रहती उनकी नाक |
    बुरे काम करनेवालों की ,
    बिना कटाए कटती नाक |
    bahut achhi naak

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  2. अच्छे काम सदा करते जो , ऊंची रहती उनकी नाक,
    बुरे काम करने वालों की ,बिन कटाये कटती नाक।

    बेहतरीन बाल कविता , बधाई सुरेन्दर जी।

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  3. इस बेहतरीन बाल रचना के लिए बधाई ।

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  4. बहुत अच्छी है आपकी रचना.
    बड़ों को भी सीख दे रही है.
    सलाम.

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  5. सुरेन्द्र जी,
    नाक की तो बस धाक ही जमा दी आपने. और फिर नाक ऊँचा और नाक कट जाने का जो फंडा आपने बताया वह भी लाजबाब रहा.बहुत बहुत बधाई सुंदर रचना की प्रस्तुति के लिए .

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  6. bachcho ke sath sath bado ko bhi seekh deti pyari kavita
    shubhkamnaye

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  7. अच्छे काम सदा करते जो , ऊंची रहती उनकी नाक,
    बुरे काम करने वालों की ,बिन कटाये कटती नाक
    नाक वाकई बड़े काम की चीज है। बाल मन को सीख
    देने वाली उत्कृष्ट रचना के लिए बधाई। इस शमा को
    जलाए रखिए।
    =======================
    कुत्ते की नाक अपराधियों का पता लगा लेती है।
    "नाक से जब निकलता है खर्राटा।
    मानो फटफटिया भरती है फर्राटा।"
    सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी

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  8. झंझट जी,
    खूबसूरत बाल-गीत. और सन्देश देने में सक्षम.
    आशीष
    --
    लम्हा!!!

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  9. इस बेहतरीन बाल रचना के लिए बधाई ।

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  10. दिलचस्प बाल-कविता. बच्चों के साथ-साथ बड़ों के लिए भी प्रेरणादायक.
    आभार .

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  11. बहुत सुन्दर व संदेशात्मक प्रस्तुति...

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  12. सर जी मेरी नाक भी बिल्कुल सही जगह है जैसा आपने कहा है। मजाक कर रहा हुॅ। बहुत ही खुबसुरत बाल कविता। आभार।

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  13. सीख देती हुई एक अच्छी रचना....

    शुभकामनाएँ..

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  14. बेहतरीन रचना! आभार.

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  15. आप की नाक वाली बाल - कविता बहुत सुन्दर लगे.! बहुत - बहुत बधाई.

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  16. अच्छे काम सदा करते जो ,
    ऊँची रहती उनकी नाक |
    बुरे काम करनेवालों की ,
    बिना कटाए कटती नाक |
    बेहतरीन बाल रचना के लिए बधाई......

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  17. झंझट जी! माफ कीजियेगा रहा नहीं गया सो धन्यवाद देने चला आया.

    आप लोगों के मार्गदर्शन से मात्रा सही आ रही हैं ना, लयबद्धता भी आ ही जायेगी एक दिन! आपकी ये आदत ईश्वर बनाए रखे, की मात्र कमी नहीं आप समाधान भी बताते हैं, आपका तहेदिल से आभार.

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  18. खूबसूरत बाल-गीत..सीख देती हुई..बहुत सुन्दर कविता..बधाई

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  19. प्रिय सुरेन्द्र सिंह जी
    सस्नेहाभिवादन !

    अच्छे काम सदा करते जो ,
    ऊंची रहती उनकी नाक


    सही कहा आपने … :)
    अच्छी बाल कविता है … बधाई !
    आप विविध काव्य विधाओं में क़लम आज़माइश करते रहते हैं … बहुत बड़ा ईश्वर प्रदत्त गुण है … मंगलकामनाएं !

    महाशिवरात्रि की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !

    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  20. .

    चश्मे को ये थामे रखती , अत्यावश्यक है ये नाक ,
    सर्दी में ये सुड-सुड करती , लाल-लाल दिखती है नाक ,
    रातों में सोने न देती , खुर्राटे भारती ये नाक

    .

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  21. रोचक और शिक्षाप्रद बहुत ही सुन्दर बाल रचना....

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  22. अच्छे काम सदा करते जो ,
    ऊँची रहती उनकी नाक |
    बुरे काम करनेवालों की ,
    बिना कटाए कटती नाक |
    वाह बहुत खुबसूरत अंदाज़ में लिखी गई रचना |
    है तो छोटी सी पर शरीर और समाज दोनों जगह
    बनी रहनी बहुत जरुरी |
    बहुत खूब दोस्त |

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  23. बहुत सुन्दर कविता..बधाई

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  24. अच्छे काम सदा करते जो ,
    ऊँची रहती उनकी नाक |
    बुरे काम करनेवालों की ,
    बिना कटाए कटती नाक |

    सुन्दर कविता..बधाई

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  25. अंत में डराने में कामयाब रहे हो भैया ! शुभकामनाएं !

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  26. aapne bahut khub kaha ye naak to bili kya har insaan ki kahani hai

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