गम खाना और आंसू पीना |
यही ज़िन्दगी यही है जीना |
पीर पुरानी घाव पुराने
नित्य नयी साँसों से सीना |
पीते पीते उम्र गुजारी
आ न सका पीने का करीना |
बिखरी लट आँखों में दहशत
कहते हैं सब उसे हसीना |
लोग देश की बातें करते
अमर शहीदों का हक छीना|
श्वेतबसन चेहरे ने देखा
दर्पण को आ गया पसीना |
नागफनी हो गए आचरण
पल पल मरना पल पल जीना |
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