देश तो है आज़ाद मगर आज़ादी का आभास चाहिए
नेता हमें सुभाष चाहिए
एक अकेले अपने बल पर जिसने लड़ी लड़ाई
'आजाद हिंद' के नायक ने खुद अपनी फ़ौज बनाई
'दो मुझे खून-आज़ादी दूंगा' वीर- बाँकुरा बोला
सुनकर हर हिन्दुतानी ने रँगा बसंती चोला
आज़ादी के लिए समर्पित जीवन की हर साँस चाहिए
साँस-साँस में देशप्रेम का भाव भरा उच्छ्वास चाहिए
नेता हमें सुभाष चाहिए
आज देश का लोकतंत्र है फँसा हुआ दलदल में
बस कुर्सी हासिल करने की होड़ लगी हर दल में
क्रांतिकारियों के सपनों का भारत वर्ष कहाँ है
मातम ही मातम है आज़ादी का हर्ष कहाँ है
उजड़े हुए चमन में फिर से लहराता मधुमास चाहिए
जय 'जय हिंद 'से गुंजित फिर से धरा और आकाश चाहिए
नेता हमें सुभाष चाहिए
'आज देश का लोकतंत्र है फँसा हुआ दलदल में
ReplyDeleteबस कुर्सी हासिल करने की होड़ लगी हर दल में'
सही संकेत करती पंक्तियाँ. बहुत अच्छी रचना. आपका आभार.
आज देश का लोकतंत्र है फँसा हुआ दलदल में
ReplyDeleteबस कुर्सी हासिल करने की होड़ लगी हर दल में'
करारा प्रहार। आभार।
आपने नेताजी सुभाषचंद बोस को
ReplyDeleteयाद करके देश की युवा-शक्ति को
देश-भक्ति, राष्ट-गौरव की प्रेरणा दी है।
आज हम चरित्र-संकट के दौर से गुजर
रहे हैं। कोई ऐसा जीवन्त नायक युवा-पीढ़ी
के सामने नहीं है जिसके चरित्र का वे
अनुकरण कर सकें? प्रेरक रचना के लिए
बधाई।
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मुन्नियाँ देश की लक्ष्मीबाई बने,
डांस करके नशीला न बदनाम हों।
मुन्ना भाई करें ’बोस’ का अनुगमन-
देश-हित में प्रभावी ये पैगाम हों॥
सद्भावी - डॉ० डंडा लखनवी
वास्तव में आज एक बार फिर देश में नेताजी सुभाषचंद्र वाली क्रांति की ही आवश्यकता है ।
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना. आपका आभार.
ReplyDeleteनेता हमें सुभाष चाहिए, अत्यंत ही सुन्दर रचना. वर्तमान समय में सुभाषचंद्र जैसे वीर सपूतों की ही आवश्यकता है. लयबद्ध कविता!
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना. आपका आभार
ReplyDelete"Jai-Hind" "Jai-Hind" "Jai-Hind"
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ReplyDeleteनेता हमें सुभाष चाहिए...
निसंदेह आज ऐसे ही क्रांतिकारी देशभक्तों की ज़रुरत है ।
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गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई !
ReplyDeletehttp://hamarbilaspur.blogspot.com/
haan surendra jee leader to hame waisa hi chaahiye aaj ke haalaat me jaise neta jee the...
ReplyDeleteआज देश का लोकतंत्र है फँसा हुआ दलदल में
ReplyDeleteबस कुर्सी हासिल करने की होड़ लगी हर दल में'
सच कहा…………इसी से हर भारतीय का दिल गमगीन है…………जनमानस की वाणी है ये।
बहुत सुंदर और सटीक.
ReplyDeleteआप सब को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं.
ReplyDeleteनेता जी पर आपकी काव्य रचना पसंद आयी.
उजड़े हुए चमन में फिर से लहराता मधुमास चाहिए
ReplyDeleteजय 'जय हिंद 'से गुंजित फिर से धरा और आकाश चाहिए
नेता हमें सुभाष चाहिए
देशभक्ति का बहुत प्यारा गीत
आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
Ujade hue chaman men fir se laharaata madhumas chahiye.
ReplyDeleteGeet ki har pankti desh prem ki bhawana ko pranwaan karati hai.
आज़ादी के लिए समर्पित जीवन की हर साँस चाहिए
ReplyDeleteसाँस-साँस में देशप्रेम का भाव भरा उच्छ्वास चाहिए
नेता हमें सुभाष चाहिए
मन में देश पर गौरव का भाव जगाने वाला यह गीत बहुत प्रेरणादायक है।
नेताजी सुभाष बाबू को नमन।
आपको गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं।
आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम उनके हर ज़स्बे को सलाम करते हैं !
ReplyDeleteरहते तो हैं इस ज़मी पर ........ न एसा काम करते हैं !
आपको भी गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत बधाई दोस्त !
बहुत सुन्दर शब्दों मै रची रचना !
नेता जी को नमन ...अच्छी प्रस्तुति
ReplyDeleteवाह वाह वाह...
ReplyDeleteक्या बात कही....
सचमुच आज ऐसा ही एक नेता चाहिए हमें...
वह मिल जाए तो एक पल में प्राण लुटा दें देश हित में...
लाजवाब रचना...
मन मुग्ध कर लिया आपकी रचना ने...
आभार...बहुत बहुत आभार..
बहुत सुन्दर शब्दों मै रची रचना !
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