झंझट के झटके
Saturday, October 30, 2010
चौपदा
दलदल में यह देश क्यों भला न धंसता जाय |
हर दल खड़ा धकेलता अब हो कौन उपाय |
अब हो कौन उपाय सभी बाहर से चंगे |
मगर यहाँ हम्माम में हैं सब के सब नंगे |
1 comment:
Amit Chandra
October 30, 2010 at 9:57 PM
such ko darshati hui rachna
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such ko darshati hui rachna
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