मिला जवाब नहीं कैसे अब करार आये |
पुकारने की हदों तक तो हम पुकार आये |
पूरा का पूरा अपना हिंद वाह क्या कहना ,
मगर लुटने की जद में यूपी औ बिहार आये |
जिस्म ये डेंट-पेंट चमकता है ऊपर से ,
छू के मेडम ने कहा मेरे जांनिसार आये |
गढ़ दिया जिसने है खिलौना आदमी जैसा ,
ज़ेहन में उससे बड़ा न कोई कुम्हार आये |
घर में राशन नहीं है रोते हैं भूखे बच्चे ,
उधारी पहले से है कैसे अब उधार आये |
jawab nahi aapka surendra ji.....
ReplyDeletebahut khub.