कुछ तो बात है इन चार लाईनों मे एवज में चार लाईनें पास आपके दुनिया का हर सितारा हो दूर आपसे गम का किनारा हो जब भी आपकी पलकें खुलें सामने वही हो जो दुनिया में सबसे प्यारा हो।........अज्ञात
बहुत बढ़िया प्रस्तुति! आपकी प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर लगाई गई है! चर्चा मंच सजा दिया, देख लीजिए आप। टिप्पणियों से किसी को, देना मत सन्ताप।। मित्रभाव से सभी को, देना सही सुझाव। उद्गारों के साथ में, अंकित करना भाव।।
यह तो अक्सर होता है ....!
ReplyDeleteलाजवाब...
ReplyDeleteआँखें बोल ही देती हैं मन की बात...
ReplyDeleteक्या बात कही है
ReplyDeleteरचना है ये तो अति उत्तम.
ReplyDeleteबढ़िया बोलूँ फिर भी है कम.
शब्दों में बचा नहीं अब दम.
भावों की देखों बस चमचम.
कुछ तो बात है इन चार लाईनों मे
ReplyDeleteएवज में चार लाईनें
पास आपके दुनिया का हर सितारा हो
दूर आपसे गम का किनारा हो
जब भी आपकी पलकें खुलें सामने वही हो
जो दुनिया में सबसे प्यारा हो।........अज्ञात
ankhen dil ka raaj bata hi deti hain..
ReplyDeletebahut sundar..
bahut badhiya... aabhaar !
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्रस्तुति!
ReplyDeleteआपकी प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर लगाई गई है!
चर्चा मंच सजा दिया, देख लीजिए आप।
टिप्पणियों से किसी को, देना मत सन्ताप।।
मित्रभाव से सभी को, देना सही सुझाव।
उद्गारों के साथ में, अंकित करना भाव।।
बात दिल की छुपा न सके .... Bahut Sunder
ReplyDeletebahut sundar
ReplyDeleteक्या बात है ... निगाहें बिन कहे सब कह देती हैं ...
ReplyDeleteBhaut khoob
ReplyDeleteman kee baat apno se chupaiyega bhee mat..bahut behtarin rachna..ek jamane se aap ke deedar nahi hue ..sadar badhayee ke sath
ReplyDeleteअच्छी रचना है भाई परंतु लिखने मे खाली स्थान (स्पेस) इधर उधर होने से कुछ शब्द आपस में जुड जाने के कारण रस भंग कर रहे हैं, उसे ठीक कर लीजिये!
ReplyDeleteBeautifully expressed.
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन व प्रभावपूर्ण रचना....
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।