देश के लिए जिए जो , देश के लिए लड़े जो ,
देश के लिए मिटे जो , उनको नमन है |
सारे सुख-साज़-राज त्यागि ,कूदे देश की-
स्वतंत्रता की आग में जो उनको नमन है |
हो गए शहीद , आज तक गुमनाम हैं जो ,
भारती के भाल लाल, उनको नमन है |
देश की स्वतंत्रता ही जिनका था धर्म,
चूमे फाँसी फंद शान से जो उनको नमन है |
शान्ति , सदभाव , सर्वधर्म - समभाव की ,
सदा से मेरे देश में परम्परा महान है |
एक ओर श्याम की विरह में दिवानी मीरा ,
एक ओर श्याम रंग डूबा रसखान है |
राम का आदर्श , गुरु नानक का उपदेश ,
सार जिन्दगी में ढाई आखर का ज्ञान है |
आपसी लड़ाई में , मिटा दिया इसे कहीं ,
तो कैसे कह पाओगे कि भारत महान है ?
द्वेष रखने से फूट देश में बढ़ेगी मीत ,
हो सके तो द्वार-द्वार प्रेम उपजाइए |
एकता जरूरी है , भुला के सारा भेद आज ,
देश है पुकारता कि एक बन जाइए |
जाति या धरम चाहे भाषाएँ अनेक किन्तु ,
सारे भारती हैं , भारतीयता जगाइए |
राष्ट्र खतरे में , कहीं हो न जाए खंड-खंड ,
मीत आज देश की अखंडता बचाइए |